Badhai Ho Badhai

आई शगुनों की घड़ियाँ, झूमे अँगनाई
आई शगुनों की घड़ियाँ, झूमे अँगनाई
"ये रिश्ता नया है", बोले, बोले शहनाई

मेहँदी हाथों में रचाई, बिंदिया माथे पे सजाई
झिवी नल रूत लाई

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)

आज ख़ुशी का मौसम आया, रंग प्रीत के छाए
आज ख़ुशी का मौसम आया, रंग प्रीत के छाए
मन ही मन शरमाए गोरी, पलकें झुक-झुक जाए
हो, तेरे नाम की माँग सजाई, दिल से दिल की है ये सगाई

मेहँदी हाथों में रचाई, बिंदिया माथे पे सजाई
झिवी नल रूत लाई

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)

साँची हो प्रीत जिसकी, वो मिलता है उसको
साँची हो प्रीत जिसकी, वो मिलता है उसको
ख़ुशियों के पल-पल, हर-पल छू जाते है मन को
हाँ, छलके रंगों में प्रीत बसाई, इसी प्रीत ने दुनिया सजाई

मेहँदी हाथों में रचाई, बिंदिया माथे पे सजाई
झिवी नल रूत लाई

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)

ओ, जिस आँगन में बचपन बीता, वो हो चला पराया
सपनों का शहज़ादा आँगन डोली लेकर आया
बेटी होगी पराई, ये सोच आँख भर आई
...ये सोच आँख भर आई

(मेहँदी हाथों में रचाई, बिंदिया माथे पे सजाई)
(झिवी नल रूत लाई)

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)

आज ख़ुशी का मौसम आया, रंग प्रीत के छाएँ
साँची हो प्रीत जिसकी, वो मिलता है उसको
ख़ुशियों के पल-पल, हर-पल छू जाते है मन को
हाँ, छलके रंगों में प्रीत बसाई, इसी प्रीत ने दुनिया सजाई

मेहँदी हाथों में रचाई, बिंदिया माथे पे सजाई
झिवी नल रूत लाई

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)

(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)
(बधाई हो, बधाई, बधाई हो, बधाई)



Credits
Writer(s): Gaurav Sansanwal
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