Har Ek Sapne Se Sundar

हर एक सपने से सुंदर मेरा संसार है

हर एक सपने से सुंदर मेरा संसार है
अपनों से भरा घर-आँगन, ख़ुशियाँ हज़ार हैं
मुझे कैसे छुए कोई ग़म, थामे है हर क़दम
संग-संग मेरे सदा अपनों का प्यार है

हर एक सपने से सुंदर मेरा संसार है

सबहें देखीं, शामें देखीं, रातों को देखीं चाँद-सितारे
सा-रे-नि-सा-मा-रे-नि-सा, सा-रे-नि-सा-मा-रे-नि-सा
देखा अपनों की आँखों से तो और भी प्यारे लगे नज़ारे
और करूँ मैं क्या बयाँ? कैसे कहूँ मैं शुक्रिया?

जाँ लुटाऊँ तो भी कम है, ऐसा ये प्यार है

हर एक सपने से सुंदर मेरा संसार है

ओ, तुमने ही पढ़ी, तुमने जानी मेरे नैनों की भाषा को
विश्वास बनाया तुमने ही मेरे जीवन की आशा को
ज़िंदगी भी तुमसे है, रोशनी भी तुमसे है
हर वसंत है तुम्हीं से, तुमसे ही बहार है

हर एक सपने से सुंदर मेरा संसार है
अपनों से भरा घर-आँगन, ख़ुशियाँ हज़ार हैं



Credits
Writer(s): Gaurav Sansanwal
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