Jeevan Jyot Jale

हुआ सवेरा, पंछी जागे
शीतल पवन चले
डाल-डाल से किरणें झलकें
जीवन ज्योत जले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले

भोर भई जो मन से पुकारे
भोर भई जो मन से पुकारे
प्रभु जाएँ उसी द्वारे
वो घर फूले-फले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले

विपदा तो आती है सभी पर
इंसाँ वही जो सब कुछ खो कर
विपदा तो आती है सभी पर
इंसाँ वही जो सब कुछ खो कर

तिनका तिनका फिर से चुन के
अपनी कुटिया आप सँवारे
बैठे छाँव तले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले

आधा पेट जो खाके रूखा
अपने कंठ को छोड़ के सूखा
आधा पेट जो खाके रूखा
अपने कंठ को छोड़ के सूखा

दूजे की जो प्यास बुझाए
गंगा मैया बहती आए
उसके पाँव तले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले

जिसका मन ही इक मंदिर है
उसका घर भगवान का घर है
जिसका मन ही इक मंदिर है
उसका घर भगवान का घर है

रोज़ जपे जो हरि की माला
कोई चिंता पास ना आए
सब दुख दर्द तले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले

भोर भई जो मन से पुकारे
प्रभु जाएँ उसी द्वारे
वो घर फूले-फले

जीवन ज्योत जले
जीवन ज्योत जले



Credits
Writer(s): Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal, S. H. Bihari
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