Raaz Ye Dil Ka

राज़ ये दिल का तेरे सामने यूँ खोलेंगे
राज़ ये दिल का तेरे सामने यूँ खोलेंगे
तू जो मिल जाए, तो फूलों से तुझे तोलेंगे
राज़ ये दिल का तेरे सामने यूँ खोलेंगे

हम सुला देंगे तुझे होंठों की थपकी देकर
हम सुला देंगे...
हम सुला देंगे तुझे होंठों की थपकी देकर
सुबह होंठों से तेरी पलकों को हम खोलेंगे
सुबह होंठों से तेरी पलकों को हम खोलेंगे
तू जो मिल जाए, तो फूलों से तुझे तोलेंगे
राज़ ये दिल का...

कोई वादा ना करेंगे, मेरे महबूब, मगर
कोई वादा ना करेंगे, मेरे महबूब, मगर
जब भी गुज़रेंगे इधर से तेरे घर हो लेंगे
जब भी गुज़रेंगे इधर से तेरे घर हो लेंगे

ये भी एहसान मोहब्बत का बहुत है नुसरत
ये भी एहसान मोहब्बत का बहुत है नुसरत
जब भी मिल जाएँगे तन्हाई में हम रो लेंगे
जब भी मिल जाएँगे तन्हाई में हम रो लेंगे
तू जो मिल जाए, तो फूलों से तुझे तोलेंगे
राज़ ये दिल का तेरे सामने यूँ खोलेंगे



Credits
Writer(s): Talat Aziz, Badr Nusrat
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