Yaadien Gatthri Mein

यादें गठरी में गाँठ के
समंदर-ए-इश्क़ लाँघ के

चाबी भर ली है, पेटी कस ली है
चाबी भर ली है, पेटी कस ली है
Ticket कटाए दो चाँद के

उड़ जाएगा हंस अकेला
फुर्र जाएगा हंस अकेला
हो, उड़ जाएगा हंस अकेला



Credits
Writer(s): Vibhu Puri, Mangesh Dhakde
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