Kali Ghodi Dwar Khadi

काली घोड़ी द्वार खड़ी
खड़ी रे
काली घोड़ी द्वार खड़ी
गाओ
काली घोड़ी द्वार खड़ी
खड़ी रे
काली घोड़ी द्वार खड़ी
मूंगों से मोरी मांग भरी
मूंगों से मोरी मांग भरी
बर जोरी सैंया ले जावे
बर जोरी सैंया ले जावे
चकित भई सगरी नगरी
काली घोड़ी द्वार खड़ी
खड़ी रे
काली घोड़ी द्वार खड़ी
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भीड़ के बीच अकेले मितवा
भीड़ के बीच अकेले मितवा
अकेले मितवा
अकेले मितवा
जंगल बीच महक गए फुलवा
जंगल बीच महक गए फुलवा
कौने ठगवा बइयाँ धरी
कौने ठगवा बइयाँ धरी
चकित भई नगरी सगरी
काली घोड़ी द्वार खड़ी
खड़ी रे
काली घोड़ी द्वार खड़ी
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बाबा के द्वारे भेजे हरकारे
अम्मा को मीठी बतियन सँभारे
बाबा के द्वारे भेजे हरकारे
अम्मा को मीठी बतियन सँभारे
चितवन से मूक हरी
चकित भई नगरी सगरी
काली घोड़ी द्वार खड़ी
खड़ी रे
काली घोड़ी द्वार खड़ी
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काली घोड़ी पे गोरा सैयां चमके
सैयां चमके
चमक-चमक चमके
चमक-चमक चमके
चमक-चमक चमके
काली घोड़ी पे गोरा सैयां चमके
कजरारे मेघा में बिजुरी दमके
बिजुरी दमके
सुध-बुध बिसर गयी हमारी
बर जोरि सैंया ले जावे
बर जोरि सैंया ले जावे
चकित भई नगरी सगरी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
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लाज चुनरिया उड़-उड़ जावे
अंग-अंग पी रंग रचावे
लाज चुनरिया उड़-उड़ जावे
अंग-अंग पी रंग रचावे
उनके काँधे लट बिखरी
उनके काँधे लट बिखरी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी
काली घोड़ी दौड़ पड़ी



Credits
Writer(s): Indu Jain, Raj Kamal
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