Sharafat Gayi Tel Lene

देखिए, देखिए आप शराफत का नाजायज फायदा मत उठाइए

सीधे मुह बातें, कौन करे है
रोशन है रातें, कौन डरे है

दुनिया के रस्ते, पढ़ने चले तो
मालुम पड़ा है, हम सीधे पड़े हैं

दो चार बन्दे, किस्से सुने थे
ककड़ी पे अब तो, लिपटे पड़े हैं
जिसकी जमी पे, ख्वाब बिछाये
अब उस जगह पे, लुटेरे खड़े हैं

या तो बिगड़ जाए, या बहाले पसीने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने

चारों तरफ से, शोर आये हैं
कोई कमाए, और कोई खाये हैं
बंदे की चाल, डगमग हो गई है
दांये है खाई, और कुंवा बांये है

या तो बिगड़ जाए, या बहाले पसीने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने

है दुनिया, ये दुनिया सारी
फिर भी है, मारी-मारी
हर एक बोले यहाँ कि
तेरी नहीं है, मेरी बारी
ओ...

कसमे तू खाता रहेगा
ये सब पर रहेगा जारी
आंखों से पर्दा हटा वार्ना
ये सौदा पडेगा भारी

या तो बेवजह, या बहाले पसीना
ओ...
जो शराफत के, किस्से सुने थे
ककड़ी पे अब तो, लिपटे पड़े हैं
जिसकी जमी पे, ख्वाब बिछाये
अब उस जगह पे, लुटेरे खड़े हैं

या तो बिगड़ जाए, या बहाले पसीने (शराफत, शराफत, शराफत)
या तो बिगड़ जाए, या बहाले पसीने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने
क्यूंकि शराफत तो, गई है तेल लेने



Credits
Writer(s): I P Singh, Faridkot
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