Ae Malik Tere Bande Hum 2

ए मालिक तेरे बन्दे हम
ऐसे हों हमारे करम
नेकी पर चलें और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ए मालिक तेरे बन्दे हम

बड़ा कमज़ोर है आदमी
अभी लाखों हैं इसमें कमी
पर तू जो खड़ा है दयालु बड़ा
तेरी कृपा से धरती थमी
ए मालिक तेरे बन्दे हम
दिया तूने हमें जब जनम
तू ही झेलेगा हम सब के ग़म
नेकी पर चलें और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ए मालिक तेरे बन्दे हम

यह अँधेरा घना छा रहा
तेरा इन्सान घबरा रहा
हो रहा बेखबर, कुछ न आता नज़र
सुख का सूरज छिपा जा रहा

है तेरी रोशनी में वह दम
जो अमावस को कर दे पूनम
नेकी पर चलें और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ए मालिक तेरे बन्दे हम

जब ज़ुल्मों का हो सामना
तब तू ही हमें थामना
वह बुराई करें, हम भलाई भरें
नहीं बदले की हो कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम
और मिटे बैर का यह भरम
नेकी पर चलें और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ए मालिक तेरे बन्दे हम



Credits
Writer(s): Bharat Vyas, Vasant Shantaram Desai
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