Tu Hi Toh Hai - Version-2

आवारगी करता हूँ पर
मैं आवारा नहीं
छोड़ा खुला दिल को मगर
खुद को बिगाड़ा नहीं

ऐसा लगे तेरे बिना
अब तो गुज़ारा नहीं
किसी का भी होंगा ना मैं
हुआ जो तुम्हारा नहीं

तू ही तो है ख्याल मेरा
तू ही तो है करार मेरा
झूठे नशे जहां में कभी
तू ही तो है खुमार मेरा

तू ही तो है ख्याल मेरा
तू ही तो है करार मेरा
झूठे नशे जहां में कभी
तू ही तो है खुमार मेरा

जिंदा हूँ तुझ पे मर के
भूला सब तुझको पढ़ के
कैसा है प्यार तेरा हाँ

मैं यारा देखो तेरे आगे दिल हारा हूँ
मैं यारा जैसे भी हूँ जो भी हूँ तुम्हारा हूँ
जो तेरी चाहतें समेटे वो किनारा हूँ
कैसे मैं ये कहूँ
मैं यारा तेरे लिए ज़मीं पे उतारा हूँ
मैं तेरी भोली-भाली आँखों का इशारा हूँ
जो तेरी चाहतें समेटे वो किनारा हूँ
कैसे मैं ये कहूँ
तू पास भी (ज़रा, ज़रा)
तू प्यास भी (ज़रा, ज़रा)
तू राज़ भी (ज़रा, ज़रा)
मैं हो गया हूँ तेरा

तू ही तो है ख्याल मेरा
तू ही तो है करार मेरा
झूठे नशे जहां में कभी
तू ही तो है खुमार मेरा
तू ही तो है ख्याल मेरा
तू ही तो है करार मेरा
झूठे नशे जहां में कभी
तू ही तो है खुमार मेरा
जिंदा हूँ तुझ पे मर के
भूला सब तुझको पढ़ के
कैसा है प्यार तेरा हाँ



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, Pritam
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