Manchala

कभी गर्दिशों का मारा
कभी ख्वाहिशों से हारा
रूठे चाँद का है चकोर
ज़रा से भी समझौते से
ये परहेज रखता है क्यूँ?
माने ना कभी कोई ज़ोर

दुनिया जहाँ की बंदिशों की ये कहाँ परवाह करे
जब खींचे तेरी डोर, खींचे तेरी डोर

मनचला, मन चला तेरी ओर
मनचला, मन चला तेरी ओर

ख़ामोशियों की सूरतों में ढूँढे तेरा शोर
ढूँढे तेरा शोर

मनचला, मन चला तेरी ओर (चला तेरी ओर)
मनचला, मन चला तेरी ओर

रूखी-सूखी दिल की है ज़मीं
जाने कहाँ गुम है नमी?
मेरी उम्मीद है तेरी बारिशें
ये सहे कई बार प्यार के
तुझे हर बार हार के
सीखे फिर भी कभी नहीं साज़िशें

हो, तेरे लिए आज खुद से ही भागे हैं
हिम्मत के टुकड़े बटोर
हो, भागे ज़माने से छुप के दबे पाँव जैसे कोई चोर
जैसे कोई चोर

मनचला, मन चला तेरी ओर
मनचला, मन चला तेरी ओर

ख़ामोशियों की सूरतों में ढूँढे तेरा शोर
ढूँढे तेरा शोर

मनचला, मन चला तेरी ओर
मनचला, मन चला तेरी ओर
मनचला, मन चला तेरी ओर
मनचला, मन चला तेरी ओर



Credits
Writer(s): Vishal Dadlani, Amitabh Bhattacharya, Shekhar Hasmukh Ravjiani
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