Jaisi Karni Waisi Bharni Sad Female

चाहे ना पूजें मूरत, चाहे ना तिरथ जाए
हो, चाहे ना पूजें मूरत, चाहे ना तिरथ जाए
मात-पिता के तन में सारे देव समाए
तू इनका दिल खुश रखें तो ईश्वर खुश हो जाए

भगवान तुझको मिल जाएगा
तेरा किया आगे आएगा
सुख-दुख है क्या फल-कर्मों का?

जैसी करनी, वैसी भरनी
जैसी करनी, वैसी भरनी
जैसी करनी, वैसी भरनी
जैसी करनी, वैसी भरनी



Credits
Writer(s): Shyamlal Harlal Rai Indivar, Nagrath Rajesh Roshan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link