Yeh Shayaron Ke Naghme Kavion Ki Kalpanayen - Original

ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ
ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ

हर दौर को पुकारें...
हर दौर को पुकारें ये प्यार की सदाएँ
ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ

ये इल्म के मीनारें, तहज़ीब के सितारे
यूँ ही रहें हमेशा ये रोशनी के धारे

हर आन जगमगाएँ...
हर आन जगमगाएँ, रौशन करें दिशाएँ
ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ

ग़ज़लों का प्यार सबका, गीतों के बोल सबके
धरती के बासियों को ये हैं पयाम रब के

हर भेद को मिटाएँ...
हर भेद को मिटाएँ, ये दिल से दिल मिलाएँ
ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ

लफ़्ज़ों के आइनों में चेहरे ये ज़िंदगी के
नफ़रत भरी फ़िज़ा में जुगनू हैं रोशनी के

हर दुख में साथ रोएँ...
हर दुख में साथ रोएँ, हर सुख में मुस्कुराएँ
ये शायरों के नग़्मे, कवियों की कल्पनाएँ
हर दौर को पुकारें ये प्यार की सदाएँ



Credits
Writer(s): Nida Fazli, N/a Khaiyyaam
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