Mein Nashe Mein Hoon

दिल खुलता है वाँ सोहबत-ए-रिंदाना जहाँ हो
मैं ख़ुश हूँ उसी शहर से मयख़ाना जहाँ हो
उन उजड़ी हुईं बस्तियों में दिल नहीं लगता
है जी में, वहीं जा बसे वीराना जहाँ हो

यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
अब दो तो जाम ख़ाली ही दो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ

मस्ती से दरहमी है मेरी गुफ़्तगू के बीच
मस्ती से दरहमी है मेरी गुफ़्तगू के बीच
मस्ती से दरहमी है मेरी गुफ़्तगू के बीच

जो चाहो तुम भी मुझको कहो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
ओ, यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ

या हाथों-हाथ लो मुझे मानिंद-ए-जाम-ए-मय
या हाथों-हाथ लो मुझे मानिंद-ए-जाम-ए-मय
या हाथों-हाथ लो मुझे मानिंद-ए-जाम-ए-मय

या थोड़ी दूर साथ चलो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
हो, यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ

नाज़ुक मिजाज़ आप क़यामत है, मीर जी
नाज़ुक मिजाज़ आप क़यामत है, मीर जी
नाज़ुक मिजाज़ आप क़यामत है, मीर जी

ज्यों शीशा, मेरे मुँह ना लगो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
ओ, यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
अब दो तो जाम ख़ाली ही दो, मैं नशे में हूँ
यारों, मुझे मुआफ़ रखो, मैं नशे में हूँ
हो, यारों...



Credits
Writer(s): Ali-ghani, Meer Taqi Meer
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link