Baba Bole

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बंजारे सब आए घूम, तब ये हुआ उनको मालूम
इश्क़ है पाक और दिल मासूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बंजारे सब आए घूम, तब ये हुआ उनको मालूम
इश्क़ है पाक और दिल मासूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"

मीठा-मीठा इसका दर्द, खट्टा-खट्टा अंजाम
मीठा-मीठा इसका दर्द, खट्टा-खट्टा अंजाम
तीखा-तीखा इसका रूप, कड़वा-कड़वा इसका काम
इसकी मंज़िल ना मालूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बंजारे सब आए घूम, तब ये हुआ उनको मालूम
इश्क़ है पाक और दिल मासूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"

कहीं पे हार, कहीं पे जीत, कहीं पे धूप, कहीं पे शाम
कहीं पे हार, कहीं पे जीत, कहीं पे धूप, कहीं पे शाम
जैसे नग़मों का हो शहर, जैसे नग़मों का हो गाँव
आँख से देख और दिल से चूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बंजारे सब आए घूम, तब ये हुआ उनको मालूम
इश्क़ है पाक और दिल मासूम

बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"
बाबा बोले, "झूम-झूम, सारे जग में इश्क़ की धूम"



Credits
Writer(s): Lalit Sen, Zameer Kazmi
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