Jaan Pehchaan Aisi Badhi

जान-पहचान ऐसी बढ़ी
जान-पहचान ऐसी बढ़ी
ज़िंदगी का मज़ा आ गया

मयकदे में वो साथ आ गए
मयकदे में वो साथ आ गए
दोस्ती का मज़ा आ गया
जान-पहचान ऐसी बढ़ी

ज़िंदगी यूँ ही जीते थे हम
वैसे तो रोज़ पीते थे हम
ज़िंदगी यूँ ही जीते थे हम
वैसे तो रोज़ पीते थे हम
वैसे तो रोज़ पीते थे हम

उसके हाथों से मय जब मिली
उसके हाथों से मय जब मिली
मयकशी का मज़ा आ गया
जान-पहचान ऐसी बढ़ी

बन के हम नशा छाए भी हैं
पी के मय लड़खड़ाए भी हैं
बन के हम नशा छाए भी हैं
पी के मय लड़खड़ाए भी हैं
पी के मय लड़खड़ाए भी हैं

आज उसने सहारा दिया
आज उसने सहारा दिया
बेख़ुदी का मज़ा आ गया
जान-पहचान ऐसी बढ़ी

लोग बातें बनाने लगे
दोस्त भी मुँह छुपाने लगे
लोग बातें बनाने लगे
दोस्त भी मुँह छुपाने लगे
दोस्त भी मुँह छुपाने लगे

आप से दोस्ती क्या हुई
आप से दोस्ती क्या हुई
दुश्मनी का मज़ा आ गया

जान-पहचान ऐसी बढ़ी
जान-पहचान ऐसी बढ़ी
ज़िंदगी का मज़ा आ गया

मयकदे में वो साथ आ गए
मयकदे में वो साथ आ गए
दोस्ती का मज़ा आ गया
जान-पहचान ऐसी बढ़ी



Credits
Writer(s): Pankaj Udhas, Mumtaz Rashid
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