Kab Jaam Chala - Live

शुक्रिया

कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को

कब शाम ढली, कब शम्मा जली
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला...

सावन की परी ज़ुल्फ़ें खोले
कुछ गाने लगी हौले-हौले
सावन की परी ज़ुल्फ़ें खोले
कुछ गाने लगी हौले-हौले

कब आँख लगी, कब आँख खुली
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला...

जब कुछ ना मिली, मजबूर हुए
आँखों से पी, और चूर हुए
जब कुछ ना मिली, मजबूर हुए
आँखों से पी, और चूर हुए

कब होश उड़ा, कब साँस रुकी
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला...

शायद वो दर-ए-मय-ख़ाने पर
कुछ याद तो करते हैं, Adam
शायद वो दर-ए-मय-ख़ाने पर
कुछ याद तो करते हैं, Adam

कब होश की कश्ती डूब गई
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को

कब शाम ढली, कब शम्मा जली
कुछ याद नहीं मतवालों को
कब जाम चला, कब प्यास बुझी
कुछ याद नहीं मतवालों को

कब जाम चला...
कब जाम चला...
कब जाम चला...



Credits
Writer(s): Pankaj Udhas
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link