Bandar Bandariya

नाचता गाता, ठुमका लगाता
बंदर पहुँच गया ससुराल

बोला, "मैं आया हूँ बंदरिया को लेने
कौन बनाए रोटी-दाल"
ये सुन कर बंदरिया इतराई
खोल घूँघट, मुहँ पिचकाई

अकेले नहीं आऊँगी
साथ मिल के काम करोगे तो आ जाऊँगी

बंदर ने फिर दे दिया promise
के सारा काम बाँट कर करेंगे
बंदरिया ने भी बात मान ली
बंदर के साथ घर जाने की

रहते हैं अब वो साथ हमेशा बिना लड़ाई के
नाचते गाते और ठुमके लगाते
ख़ुश रहते हैं अब वो दोनों साथ



Credits
Writer(s): Raj Jain, Rajesh Kumar Arya
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