Videshi Machchar

इक मच्छर आया विदेश से
रहता था बड़े ऐश से
Suit, boot वो पहनता था
अंग्रेज़ी में भिन-भिन करता था

देसी रोटी उसको ना भाती
Bread ही उस की भूख मिटाती
फिर ऐश पड़ी बहुत भारी
हो गई उसको बड़ी बीमारी

भागा, पहुँचा दवाख़ाने
Doctor जी से दवा लाने
Doctor ने जाँच कराई
इलाज के लिए सुई लगाई

सुई के दर्द से मच्छर घबराया
दौड़ के अपने घर वो आया
सुई से कर ली उस ने तौबा
देसी तरीकों से ही सब ठीक होगा

हरी सब्ज़ियाँ अब वो है खाता
दिनभर उड़ता, मौज मनाता



Credits
Writer(s): Raj Jain, Rajesh Kumar Arya
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