Dooriyan Hain Zaroori

थोड़ी-थोड़ी गुज़रें
और करें कभी ताज़ा सी हवाएँ
सोते-सोते से ये रिश्ते
अपनी बाँहों को फैलाएँ

(मेरा मन) तो बस गुनगुनाना चाहे
(उसका मन) खुल के गीत गाना चाहे
मुस्कुराऊँ मैं, वो खिलखिलाना चाहे
हैं ज़िद्दी ये बड़ी मजबूरियाँ भी

दूरियाँ भी हैं ज़रूरी, भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ
दूरियाँ भी हैं ज़रूरी, भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ

ज़्यादा नज़दीकियों में
दूरियों के होते हैं इशारे
हाँ, ah, लहरों को चखना ना
मीठे नहीं, पानी हैं ये खारे

(लौ कहे) मेरे पास तुम ना आना
(दूर से) अच्छा है टिमटिमाना
वरना आग में होगा दर्द-ए-जानाँ
हैं ज़िद्दी ये बड़ी मजबूरियाँ भी

दूरियाँ भी हैं ज़रूरी, भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ
दूरियाँ भी हैं ज़रूरी, भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ

मैं तो ऐसी बारिश हूँ
जो टीन की छत पे कूद के बरसे
वो फुहार है धीमी रुत की
बरस ना पाए शोर के डर से

(दोनों बरसें) पर संग-संग कहाँ हैं
(थोड़ी दूरी से) ज़िंदगी आसाँ है
मेरी दुनिया और उसका भी जहाँ है
हैं ज़िद्दी ये बड़ी मजबूरियाँ भी

दूरियाँ (दूरियाँ) भी हैं ज़रूरी
(दूरियाँ भी हैं ज़रूरी) भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ
ये दूरियाँ (hey, hey, hey, hey)

दूरियाँ भी हैं ज़रूरी (-रियाँ, -रियाँ)
(दूरियाँ) भी हैं ज़रूरी
ज़रूरी हैं ये दूरियाँ (hey, hey, hey, hey)



Credits
Writer(s): Prasoon Joshi
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