Chand Tham Zara

यूँ ही कभी राहों में वो मिले ज़रा
यूँ ही कभी सरगोशियों से कहे वो ज़रा

यूँ ही कभी राहों में वो मिले ज़रा
यूँ ही कभी सरगोशियों से कहे वो ज़रा
कभी तू भी आ के अपनी ज़मीं पे ठहर
कर दे फ़िज़ाओं को तू नम ज़रा

ऐ चाँद, तू थम ज़रा
ऐ चाँद, तू थम ज़रा, थम ज़रा
थम ज़रा, थम ज़रा, थम ज़रा

थोड़ा-थोड़ा होना बेख़बर
तुझ से जब वो मिलाए नज़र

हो, थोड़ा-थोड़ा होना बेख़बर
तुझ से जब वो मिलाए नज़र
कह देना बहका-बहका तू भी उसे देखकर
आशिक़ तू भी हो ज़रा

ऐ चाँद, तू थम ज़रा
ऐ चाँद, तू थम ज़रा, थम ज़रा
थम ज़रा, थम ज़रा, थम ज़रा

कोई नशा सा हवाओं में भर
जा के सितारों को नींदों से भर

हो, कोई नशा सा हवाओं में भर
जा के सितारों को नींदों से भर
चेहरा उसका रोशन फ़िर कर देना
चाहे जग की चाँदनी कर कम ज़रा

ऐ चाँद, तू थम ज़रा
ऐ चाँद, तू थम ज़रा, थम ज़रा
थम ज़रा, थम ज़रा, थम ज़रा



Credits
Writer(s): Shankar, Shushat, Basant Kumar Chaudhary
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