Jaate Ho Pardesh Piya

जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना

देखो, तुम भी ख़त मेरा
देखो, तुम भी ख़त मेरा
पाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना

लिखना, "कैसे सफ़र कटा था?
कैसे गुज़रे वो पलछिन?
क्या महसूस किया था तुमने
साँझ ढली जब मेरे बिन?

कब-कब याद हमारी आई?
कैसे तुमने रात बिताई?"

जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना

अपनी जुदाई के इस पल से
पहले ख़त के आने तक
पल-पल की तुम बातें लिखना
पूरा ख़त भर जाने तक

गुमसुम-गुमसुम, खोई-खोई
तुम छुप-छुप कर कितना रोई

जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना

देख नहीं पाएँगे तुमको
ओझल होते ये नैना
लो, मैं पलकें मूँद रही हूँ
तुम चल दो, मेरे सजना

ये तो है एक तरफ़ा बिदाई
इसमें प्यार की है रुसवाई

जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना

ओ, देखो, तुम भी ख़त मेरा
देखो, तुम भी ख़त मेरा
पाते ही ख़त लिखना
जाते हो परदेस, पिया
जाते ही ख़त लिखना



Credits
Writer(s): Ravinder Rawal
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