Manjha

है माँझा तेरा तेज़, ये दिल की पतंग को काटे, हाए
तुझी से कट के ये गिरे तेरी छत पे आके, हाए
है माँझा तेरा तेज़, ये दिल की पतंग को काटे, हाए
तुझी से कट के ये गिरे तेरी छत पे आके, हाए

मेरी जान चली जाए है तू जो मुड़ के देखे, हाए
तुझी से कट के ये गिरे तेरी छत पे आके, हाए
है माँझा तेरा तेज़, ये दिल की पतंग को काटे, हाए

मनमानियों से हैं नज़ारे
क्या दरमियाँ है ये हमारे?

हो, मनमानियों से हैं नज़ारे
क्या दरमियाँ है ये हमारे?

दिल काग़ज़ का एक पंछी, तू अंबर सारा है
तुझे जो देखे तो ये फुर-फुर उड़ ही जाए, हाए
है माँझा तेरा तेज़, ये दिल की पतंग को काटे, हाए
तुझी से कट के ये गिरे तेरी छत पे आके, हाए



Credits
Writer(s): Vishal Mishra, Tripathi Akshay
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