Waqt Ke Saath - Interlude

Yeah, yeah
Yeah
Yeah
Yeah, yeah, yeah, yeah, yeah
I wanna run it slow

छोटी-छोटी चीज़ों में पहले मिलती थी खुशियाँ
जब खुल के खर्चा करने जेब में अपने नहीं था रुपिया
वो लम्हा सब कुचल दिया, अपन ने सबकुछ बदल दिया
मैंने रास्ता पकड़ लिया, सँभल के, अगर तू दखल दिया

ढकेल दिया, ख़ुद को डर के तरफ़
घर से दूर, फिर घर के तरफ़
पैसे कमा रहा, मैं लग रहा अरब
लफड़े rap में, हो रहा मैं गरम

इन्हें लगता था, मैं करूँगा शर्म
बेशरम, मैं देता हूँ गालियाँ
माँ की चू-, ये देते हैं तालियाँ
जितना उड़ाया मैं, फिर से कमा लिया

Yeah, yeah, yeah

जो भी महँगे जूते-कपड़े लेता मैं, पहनता एक बार
अंदर क्या चल रहा है, किसी को नहीं बता रहा, ख़ुद का कर रहा देखभाल
मैं हूँ राजा, मैं चतुर, जैसे मैं Akbar, Birbal
उठना सीखा गिर कर, नहीं चाहिए माल या liquor

बाक़ी लोग करते, ताकी वो लगेंगे cool
अंदर से मुरझेले फ़ूल
I wanna go back to school days, जब जी रहा था life उसूल से
लिया मैं risk life में, like I was playing Russian Roulette

कबूल है, कबूल है, कबूल है
मैं कर चुका शादी with music
मेरा अगला जन्म confusing
Easy-E, I'm crusin', easily दिल loosing

क्यूँकि मैं सच के साथ, बदला मैं वक़्त के साथ
जुड़ा मैं रब के साथ, पसंद है काली रात
जी रहा हूँ दर्द के साथ
चला जाएगा सब वक़्त के साथ



Credits
Writer(s): Mohd Bilal Shaikh
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