Anantram

सुन ले तू, बेवकूफ़ियों ये बढ़ी तेरी सज़ा
Hmm, देखता जा रहा है अब क्यूँ हर जगह?
बेशर्मी से तू खड़ा

तुमसे जुदा ख़ुदा है यहाँ दर्द के मायाजाल में
सहमी, सिसकती ये धड़कनें आख़िरी इन सवालों में
चलते रहे हमेशा तू बँद आँखों से
कहती, खिसकती ये सर-जमीं समय के अनंतराम में

सुन ले तू, नामंजूरियों से बच ना पाएगा
Hmm, पीछे हाथ धोकर पड़ा जो तेरा ख़ुदा
तेरे मरने की ये वजह

तुमसे जुदा ख़ुदा है यहाँ दर्द के मायाजाल में
सहमी, सिसकती ये धड़कनें आख़िरी इन सवालों में
चलते रहे हमेशा तू बँद आँखों से
कहती, खिसकती ये सर-जमीं समय के अनंतराम में

यहाँ तबाह हर एक राह, ठहर ज़रा या वरना
इंतिहाँ की आग में जलता रहेगा इंसाँ
यहाँ मिटा सारा जहाँ, सँभल ज़रा या वरना
शबब के दायरे में क़हर होगा फ़ना

समय के अनंतराम में
(हाँं, हाँ, हाँ)
समय के अनंतराम में
(हाँं, हाँ, हाँ)
(हाँं, हाँ, हाँ)
समय के अनंतराम में



Credits
Writer(s): Aman Raj
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