Sab Hath Chhudaye

मुझे ग़म नहीं है इसका के बदल गया ज़माना
मुझे ग़म नहीं है इसका के बदल गया ज़माना
मेरी ज़िंदगी है तुमसे, कहीं तुम बदल ना जाना

सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं
मैं चाहे जितना प्यार करूँ
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं
मैं चाहे जितना प्यार करूँ

ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
किस नाव पे दुनिया पार करूँ?
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं

मालूम नहीं किस मंज़िल पर साँसों का ख़ज़ाना लुट जाए
मालूम नहीं किस मंज़िल पर साँसों का ख़ज़ाना लुट जाए
...साँसों का ख़ज़ाना लुट जाए
क्या सोच के तुम हिस्सा माँगो, क्या सोच के मैं इक़रार करूँ

ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
किस नाव पे दुनिया पार करूँ?
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं

एक रोज़ मिलो तन्हाई में, शिकवों का मज़ा जब आएगा
एक रोज़ मिलो तन्हाई में, शिकवों का मज़ा जब आएगा
...शिकवों का मज़ा जब आएगा
इस भीड़ में क्या दामन थामूँ, क्या बात सर-ए-बाज़ार करूँ

ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
किस नाव पे दुनिया पार करूँ?
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं

वो लहर उठे मायूसी की, बह जाएँ मेरी आँखें, Qaiser
वो लहर उठे मायूसी की, बह जाएँ मेरी आँखें, Qaiser
...बह जाएँ मेरी आँखें, Qaiser
मैं रेत पे बैठा कितने दिनों ख़्वाबों के महल तैयार करूँ

ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
किस नाव पे दुनिया पार करूँ?
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं
मैं चाहे जितना प्यार करूँ

ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
ऐ दर्द की लहरों, तुम ही कहो
किस नाव पे दुनिया पार करूँ?
सब हाथ छुड़ाए फिरते हैं



Credits
Writer(s): Qaisarul Jafri, Ashok Khosla
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