Der Lagi Lekin

देर लगी, लेकिन मैंने अब है जीना सीख लिया
जैसे भी हों दिन, मैंने अब है जीना सीख लिया

अब मैंने ये जाना है, ख़ुशी है क्या, ग़म क्या
दोनों ही दो पल की हैं रुतें, ना ये ठहरे, ना रुके
ज़िंदगी दो रंगों से बने, अब रूठे, अब मने
यहीं तो है, यहीं तो है, यहाँ

देर लगी, लेकिन मैंने अब है जीना सीख लिया
आँसुओं के बिन मैंने अब है जीना सीख लिया

अब मैंने ये जाना है, किसे कहूँ अपना
है कोई जो ये मुझसे कह गया, "ये कहाँ तू रह गया?"
ज़िंदगी तो है जैसे कारवाँ, तू है तन्हा कब यहाँ
सभी तो है, सभी तो है यहाँ

कोई सुनाए जो हँसती-मुस्कुराती कहानी (कहानी)
कहता है दिल, "मैं भी सुनूँ" (मैं भी सुनूँ)
आँसू के मोती हों जो किसी की निशानी (निशानी)
कहता है दिल, "मैं भी चुनूँ" (मैं भी चुनूँ)

बाँहें दिल की हो बाँहों में ही
चलता चलूँ यूँ ही राहों में ही
बस यूँ ही अब यहाँ, अब वहाँ

देर लगी, लेकिन मैंने अब है जीना सीख लिया
आँसुओं के बिन मैंने अब है जीना सीख लिया

है कोई जो ये मुझसे कह गया, "ये कहाँ तू रह गया?"
ज़िंदगी तो है जैसे कारवाँ, तू है तन्हा कब यहाँ
सभी तो है, सभी तो है यहाँ

(सभी तो है, सभी तो है यहाँ)
(सभी तो है, सभी तो है यहाँ)



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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