Kal Hon Na Hon Jahan Mein

कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे
हम जीते-जी तुम्हारे और मर के भी तुम्हारे

कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे
हम जीते-जी तुम्हारे और मर के भी तुम्हारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे

१०० बार चाहे बदले दस्तूर ज़िंदगी का
१०० बार चाहे बदले दस्तूर ज़िंदगी का
अपने लिए रहेगा मौसम, मौसम यही ख़ुशी का

हर-दम जवाँ रहेंगे आँखों में ये नज़ारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे

इस प्यार के लिए हम हर पल जिएँ-मरेंगे
इस प्यार के लिए हम हर पल जिएँ-मरेंगे
हम ख़ून-ए-दिल पिला कर इसको जवाँ करेंगे

इक रात हम करेंगे जो बस में है हमारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे

हम दूर भी हुए तो नज़दीकियाँ हैं इतनी
हम दूर भी हुए तो नज़दीकियाँ हैं इतनी
तेरे दिल की धड़कनें हैं मेरे दिल के पास जितनी

या दूर-दूर जैसे दरिया के किनारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे
हम जीते-जी तुम्हारे और मर के भी तुम्हारे
हम जीते-जी तुम्हारे और मर के भी तुम्हारे

कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे
कल हों, ना हों जहाँ में ये चाँद, ये सितारे



Credits
Writer(s): Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal, Shamoul Huda Bihari
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