Kitri Muskil Hai Kanwar

ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
हो, मुख से हरिद्वार ये पहुँचना भी मुश्किल है
हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
हो, मुख से हरिद्वार ये पहुँचना भी मुश्किल है
हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

भोले के दरस को पाने भक्त नीलकंठ जाते हैं
इसके लिए अनेकों पर्वत भी लाँघ जाते हैं
काँधे उठा के काँवड़ को जाते हैं शिव मंदिरों में
या करते हैं तपस्या फिर वे पर्वतों की कँधरों में

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
हो, मुख से हरिद्वार ये पहुँचना भी मुश्किल है

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

थ्यान धर के भोले का हर कर्म किए जाते हैं
हो, भूख-प्यास को तज के हठ धर्म-किए जाते हैं
"शंकर-शंकर" वो रटते भक्ति करा करें पल-पल
जो भक्त ऐसा करते हैं भोले को देखते जल-थल

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
हो, मुख से हरिद्वार ये पहुँचना भी मुश्किल है

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

भूखे विसंग हैं रहते, जो भक्ति उनकी करते हैं
भोलेनाथ की चाह में पल-पल में जीते-मरते हैं
कोई कर्म नहीं है ऐसा, भोले को यूँ ही पा लेना
जो भक्ति करे हैं दिल से उसको ही दरस है देना

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
ये देखना भी मुश्किल है, ये सोचना भी मुश्किल है
हो, मुख से हरिद्वार ये पहुँचना भी मुश्किल है

हो, कितना मुश्किल है, भक्तों, इस दुनिया में काँवड़ लाना

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)

(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)
(रे भक्तों, काँवड़ लाना)



Credits
Writer(s): Traditional, Bhushan Dua
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