Chand Ne Kaha

कि चाँद से जब ये मैंने पूछा
"देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं?"
क़रीब जा के ये मैंने पूछा
"ऐसी खूबसूरती क्या और है कहीं?"

हो आसमाँ, हो या ज़मीं
कि ऐसी सादगी बता दे है भी या नहीं?

नहीं, नहीं, नहीं, नहीं
चाँद ने कहा, "नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"
मुस्कुरा के फिर ये बोली चाँदनी
"चाँद की क़सम, नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"

देखो ना तारे सारे के सारे
क्या कह रहे हैं, क्या कह रहे हैं

देखो ना तारे सारे के सारे
क्या कह रहे हैं, क्या कह रहे हैं
ताज की तरह सर पे तुम्हारे
ये रह रहे हैं, ये रह रहे हैं

महक रही हैं ये हवाएँ क्यूँ?
तेरा असर है या मैं बेक़रार हूँ?
कि बाग़ से जब ये मैंने पूछा
ऐसी फूल सी अदाएँ देखी हैं कहीं?

हो आसमाँ, हो या ज़मीं
कि ऐसी सादगी बता दे है भी या नहीं?

नहीं, नहीं, नहीं, नहीं
बाग़ ने कहा, "नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"
खिलखिला के फिर ये बोली हर कली
"बाग़ की क़सम, नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"

नहीं, नहीं, नहीं, नहीं
चाँद ने कहा, "नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"
मुस्कुरा के फिर ये बोली चाँदनी
"चाँद की क़सम, नहीं, नहीं, नहीं, नहीं"



Credits
Writer(s): Rajat Sharma
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