Khayalo Ka Falak

एक तेरे बिन, नहीं कटते हैं मेरे दिन
बस यूंही चलता चलूं, हैं रास्ते कठिन
थाम ले तू हाथ, देखो तो हैं क्या हालात
दिल रहे महफ़ूज़ ग़र तुझसे हो मुलाक़ात
अब छोड़ भी दो ये ख़यालों का फ़लक
रखना कदम अपने ज़रा इस प्यार की जमीं पे
बदरिया की, चली है फ़ौज ये किसकी डगरिया पे
भिगोने को किसी का मन मगर प्यासे तो हम भी थे
कातिलाना सी नज़र किसकी करे कदर
जुल्फों में उलझे हैं आशिक कितने, किसको खबर
गौर से तू सुन ज़रा, पढ़ ले तू ये चेहरा
तेरी आंखों ने छुपाया राज़ कोई गहरा
हम जो तुम्हारे हो गए हम खो गए
हम जो तुम्हारे हो गए फिर ना रहे कहीं के
बदरिया की, चली है फ़ौज ये किसकी डगरिया पे
भिगोने को किसी का मन मगर प्यासे तो हम भी थे
बोले मेरी ये जुबां बस इक तेरा ही नाम
तुझ से मिलने की आस है, ढूंढू सुबह शाम
है तुझे जिसकी तलाश होते वही हम काश
आ बटोरें चल खुशी मिलकर, न कर तू निराश
बीते जो पल तेरे ही संग, वो हों हसीं
हाँ जिंदगी में यूँ रहे, पहले तो बस गम ही थे
बदरिया की, चली है फ़ौज ये किसकी डगरिया पे
भिगोने को किसी का मन मगर प्यासे तो हम भी थे
भिगोने को किसी का मन मगर प्यासे तो हम भी थे



Credits
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link