Khubsurat Hai Aankhen

ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे
ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी...
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे
ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे

तेरी आँखों से कलियाँ खिलीं, तेरे आँचल से बादल उड़े
तेरी आँखों से कलियाँ खिलीं, तेरे आँचल से बादल उड़े

देख ले जो तेरी चाल को, मोर भी नाचना छोड़ दे
देख ले जो तेरी चाल को, मोर भी नाचना छोड़ दे
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी...
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे
ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे

तेरी अंगड़ाइयों से मिली ज़हन-ओ-दिल को नई रोशनी
तेरी अंगड़ाइयों से मिली ज़हन-ओ-दिल को नई रोशनी

तेरे जल्वों से मेरी नज़र किस तरह खेलना छोड़ दे?
तेरे जल्वों से मेरी नज़र किस तरह खेलना छोड़ दे?
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी...
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे
ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे

तेरी आँखों से छलकी हुई जो भी इक बार पी ले अगर
तेरी आँखों से छलकी हुई जो भी इक बार पी ले अगर

फिर वो मैख़्वार, ऐ साक़िया, जाम ही माँगना छोड़ दे
फिर वो मैख़्वार, ऐ साक़िया, जाम ही माँगना छोड़ दे
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी...
ख़ुद-ब-ख़ुद नींद आ जाएगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे
ख़ूबसूरत हैं आँखें तेरी, रात को जागना छोड़ दे

रात को जागना छोड़ दे
रात को जागना छोड़ दे



Credits
Writer(s): Talat Aziz, Hasan Kazmi
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