In Vaadiyon Mein

इन वादियों में खिली हैं यादें
सावन है लाया, भूली वो बातें
काली घटाएँ, पागल बनाएँ
भीगी हवाएँ तुमको बुलाएँ
ढूँढे तुझे ये मन

इन वादियों में खिली हैं यादें
सावन है लाया, भूली वो बातें
काली घटाएँ, पागल बनाएँ
भीगी हवाएँ तुमको बुलाएँ
ढूँढे तुझे ये मन
इन वादियों में खिली हैं यादें

तू ही दिल है, तू ही चाह है
सूना तुम बिन ये समा है
रूठी हमसे हर खुशी है
धुआँ-धुआँ ये ज़िंदगी है
मिटती नहीं हैं काली ये रातें

सावन है लाया भूली वो बातें
काली घटाएँ, पागल बनाएँ
भीगी हवाएँ तुमको बुलाएँ
ढूँढे तुझे ये मन
इन वादियों में खिली हैं यादें

चैन दिल को कैसे आए?
कोई ना तुम बिन दिल को भाए
चुबते नज़र में ये नज़ारे
आजा के मेरा दिल पुकारे
किस दिन की हैं रुख की बारातें

सावन है लाया भूली वो बातें
काली घटाएँ, पागल बनाएँ
भीगी हवाएँ तुमको बुलाएँ
ढूँढे तुझे ये मन
इन वादियों में खिली हैं यादें



Credits
Writer(s): Hariran Acharya, Saurabh V. Bhatt
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link