Teri Ankhon Mein Jab Khilte Huye

तेरी आँखों में जब खिलते हुए देखे कँवल मैंने
तेरी आँखों में जब खिलते हुए देखे कँवल मैंने
सितारों को सुनाई देर तक अपनी ग़ज़ल मैंने
तेरी आँखों...

ना होगा १०० बरस की उम्र में भी ये सुकूँ हासिल
ना होगा १०० बरस की उम्र में भी ये सुकूँ हासिल

गुज़ारा तुझसे मिल कर जिस तरह एक-एक पल मैंने
गुज़ारा तुझसे मिल कर जिस तरह एक-एक पल मैंने
सितारों को सुनाई देर तक अपनी ग़ज़ल मैंने
तेरी आँखों...

ग़मों की धूप जिनके रौज़नों से झाँक सकती है
ग़मों की धूप जिनके रौज़नों से झाँक सकती है

सजाए तेरे साए से वो ख़्वाबों के महल मैंने
सजाए तेरे साए से वो ख़्वाबों के महल मैंने
सितारों को सुनाई देर तक अपनी ग़ज़ल मैंने
तेरी आँखों...

यक़ीनन तुझको चाहेंगे मेरे ग़म-ख़्वार बन-बन कर
यक़ीनन तुझको चाहेंगे मेरे ग़म-ख़्वार बन-बन कर

समझ रखा है अपना दोस्त जिनको आजकल मैंने
समझ रखा है अपना दोस्त जिनको आजकल मैंने
सितारों को सुनाई देर तक अपनी ग़ज़ल मैंने
तेरी आँखों में जब खिलते हुए देखे कँवल मैंने
तेरी आँखों...



Credits
Writer(s): Qateel Shifai, Talat Aziz, Fayyaz Ahmed Khan
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