Mat Puchho

मत पूछो, ख़ुद आकर देखो, कैसा लगता है
मत पूछो, ख़ुद आकर देखो, कैसा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है

कितना तुमने देखा होगा, कितना उसने भी
कितना तुमने देखा होगा, कितना उसने भी

आईना भी अब तो मुझको चेहरा लगता है
आईना भी अब तो मुझको चेहरा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है

पर्दे में एक चेहरा है, नूरानी है तो क्या?
पर्दे में एक चेहरा है, नूरानी है तो क्या?

सूरज भी बादल के पीछे साया लगता है
सूरज भी बादल के पीछे साया लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है

शीशा, तारा, सपना, क्या-क्या रे टूटा अपना
शीशा, तारा, सपना, क्या-क्या रे टूटा अपना

दिल भी अब टूटेगा, आदम, ऐसा लगता है
दिल भी अब टूटेगा, आदम, ऐसा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है
ख़्वाबों में भी तुमसे मिलना अच्छा लगता है



Credits
Writer(s): Arjan Daswani, Sheikh Aadam Aabuwala
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