Pyaar Dobara

सच्ची कसमें, सच्चे वादें
ऐतबार दोबारा नहीं होता
कुछ लोगों से सच में यारा
प्यार दोबारा नहीं होता

सहर से लेकर शामों तक
इंतज़ार दोबारा नहीं होता
किसी हसीन चेहरे से फिर
इज़हार दोबारा नहीं होता

किसी शख्स को पाने का
कोई ख्वाब दोबारा नहीं होता
एक शख्स के सिवा उन्हें कोई
और गवारा नहीं होता

प्रेम-पत्र लिख लिख कर फिर
संवाद दोबारा नहीं होता
बीते वक़्त की बीती यादें
बस कोई और सहारा नहीं होता

वक़्त के मरहम का जख्मों पर
कोई असर दोबारा नहीं होता
कुछ लोगों से सच में यारा
प्यार दोबारा नहीं होता
कुछ लोगों से सच में यारा
प्यार दोबारा नहीं होता



Credits
Writer(s): Beatrice Kent, Rohit 'katib'
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