Guzarish Ki Jaaye

फिर उनसे मिलने की एक गुजारिश की जाए
चलो इस सूखे सहर में फिर बारिश की जाए
मान गए तो शुकराना उस रब का होगा
नहीं माने तो उनतक कोई सिफारिश की जाए

कल, आज और कल में सदियाँ गुज़र गयी
अब तो मेरी जान पक्की कोई तारीख की जाए
बैठ कर खामोशी से देखना है उन्हें
पूरी ज़रा हसरत हमारी की जाए

है वो खुदा इस जहां की आंखों में
बात सजदे में उनसे हमारी की जाए
या शायद ना होगी वो दीद हमको नसीब
चलो फ़ना फिर हसरतें सारी की जाए
चलो फ़ना फिर हसरतें सारी की जाए



Credits
Writer(s): Jennifer Borton, Rohit 'katib'
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